9 मई 2011
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना है कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के पास पाकिस्तान में किसी न किसी तरह का समर्थन तंत्र था, जिसने उसे एबटाबाद स्थित ठिकाने में छह वर्षों तक सुरक्षित बने रहने में मदद की।
ओबामा ने रविवार को सीबीएस पर प्रसारित साक्षात्कार में कहा, "हम समझते हैं कि पाकिस्तान में लादेन के लिए किसी न किसी तरह का समर्थन तंत्र था। लेकिन हमें नहीं पता कि वह समर्थन तंत्र क्या था या उसमें कौन शामिल था।"
ओबामा ने कहा, "अमेरिकी अधिकारियों को यह नहीं पता कि लादेन के कुछ समर्थक सरकार में थे या सरकार के बाहर। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसकी अभी हमें जांच करनी है।"
ओबामा ने कहा, "अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि जांच पाकिस्तान सरकार को करनी है। इस्लामाबाद ने संकेत दिया है कि इस बात को पता करने में उनकी गहरी रुचि है कि लादेन के पास किस तरह का समर्थन तंत्र था।"
ओबामा ने आगे कहा, "लेकिन ये ऐसे प्रश्न हैं, जिनके सवाल देने की स्थिति में हम घटना के तीन या चार दिनों में नहीं आ पा रहे हैं। घटनास्थल से बरामद की गई सामग्रियों को समझने में हमें कुछ समय लगेगा।"
इस बीच अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी ने सीएनएन को बताया कि वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते कि पाकिस्तान में लादेन की उपस्थिति को कपट कहा जा सकता है या अक्षमता।
हक्कानी ने कहा, "मैं समझता हूं कि आगे बढ़ने का सर्वोत्तम तरीका है कि आंतरिक जांच के निष्कर्षो का इंतजार किया जाए। मैं नहीं समझता कि कयासों से कोई समस्या हल होने वाली है।"
एबीसी पर एक साक्षात्कार में हक्कानी ने स्वीकार किया कि इस मामले में पाकिस्तान सरकार की ओर से चूक हुई है और इसकी जांच पहले ही शुरू हो चुकी है। हक्कानी ने कहा है कि जांच पूरी हो जाने के बाद ही इस बारे में पता चल पाएगा।
ओबामा के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डोनिलॉन ने भी कहा है कि उनकी नजर में कोई सूचना ऐसी नहीं है, जो यह संकेत देती हो कि पाकिस्तानी अधिकारी जानते थे कि लादेन एबटाबाद में रह रहा था। लेकिन यदि इस बारे में सबूत मिलता है तो यह बहुत परेशान करने वाला होगा और हम निश्चित रूप से पाकिस्तान पर दबाव बनाएंगे।
डोनिलॉन ने कहा, "हम पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ स्पष्टतौर पर काम करेंगे कि आखिर इस बिंदु तक कैसे पहुंचा जाए।
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